अब फिंगर प्रिंट के ज़रिए ही पता चल जाएगा बच्चों की पसंदीदा फ़ील्ड और रूचि के बारे में

पढ़ाई ख़त्म करने के बाद आप के बच्चे क्या करना चाहते हैं? क्या वे डॉक्टर बनना चाहते हैं या फिर कुछ बिज़नेस वगैरह में उन की रूचि है या लॉयर बनना चाहते हैं इन सभी सवालों के जवाब पाने के लिए आप को अपने बच्चों का डीएमआईटी (डर्मेटोलॉजीफिक्स मल्टीपल इंटेलीजेंस टेस्ट) टेस्ट करवाना होगा। यह एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जिस की वजह से आप फिंगरप्रिंट के ज़रिए किसी का भी इंटेलिजेंस लेवल पता कर सकते हैं।
डीएमआईटी एक्सपर्ट के मुताबिक यह टेस्ट बच्चों के छुपे हुए टैलेंट को जानने के लिए बहुत ही फायदेमंद है। फिंगर प्रिंट और माइंड के बीच गहरा कन्नेक्शन होता है इसलिए इस टेस्ट की रिपोर्ट आम तौर पर सही निकल रही है। शहरों में डीएमआईटी टेस्ट स्कूल और कॉलेज स्टूडेंट्स के अलावा कई प्रोफेशनल भी करवा रहे हैं। डीएमआईटी काउंसलर मयंक श्रीवास्तव के मुताबिक इस टेस्ट के दौरान बच्चे की फिंगर प्रिंट्स ली जाती है। इससे पता चलता है कि किसमें क्या ख़ासियत है और क्या कमियां है उनके पास कई स्टूडेंट्स ऐसे भी आते हैं जिनके किसी सब्जेक्ट में लगातार कम मार्क्स आ रहे होते हैं। जब टेस्ट किया जाता है तो पता चलता है कि उन्होंने जो सब्जेक्ट लिया है या पढ़ाई कर रहे हैं उनका माइंड उस तरह का है ही नहीं। इसके बाद वह उन्हें गाइड करते हैं कि कौन सी करियर ऑप्शन या सब्जेक्ट उनकी क्षमता के अनुसार है।

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